सैन होजे जहाज जो डूबा था 1708 में , आखिर क्यों 315 साल बाद निकला जा रहा है बाहर ?
कोलम्बिया समुद्र से निकलेगा 315 साल पुराना खजाना : कोलंबिया की सरकार ने सैन होजे नमक एक जहाज को निकलने की कोशिस करने, बताया जा रहा है की आज से 315 साल पहले कैरेबियन सागर में दुब गया था। ऐसी ऐतिहासिक बाते है कि डूबने से पहले सैन होजे नामक जहाज पर 200 टन खजाना लदा हुआ था जिसकी वर्तमान समय में कीमत लगभग सोने-चांदी सहित 1 लाख 66 हजार करोड़ डॉलर आका जा रहा है।
स्पेन को जीतने के लिए जंग के दौरान ब्रिटिश नेवी के हमले में सैन होजे जहाज डूब गया था यह जहाज साल 1708 में ये किंग फिलिप V के बेड़े का हिस्सा था । तब इस पर 600 लोग सवार थे, जिनमें से सिर्फ 11 लोग ही जिंदा बच पाए थे। 2015 में कोलंबियाई नेवी के खोजी दस्ते को जहाज का मलबा पानी में 31 हजार फीट नीचे मिला था। तब इस खोज को कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने मानव इतिहास में मिला सबसे कीमती खजाना बताया था।
कोलम्बिया समुद्र से निकलेगा 315 साल पुराना खजाना :
निकलने के बाद क्या होगा इस मलबे का ?
सैन होजे जहाज कैसे डूबी थी :
सैन होजे 62-बंदूक, तीन पालो वाला जहाज था जो 8 जून 1708 को 600 लोगों के साथ डूब गया था। इस घटना में सिर्फ 11 लोग ही बच पाए थे , ये जहाज 16-18वीं सदी के दौरान यूरोप और अमेरिका के बीच में आता-जाता था। जो मालवाहक जहाज के रूप में कार्य करता था , और इस पर लगी बंदूके और हथियार युद्ध के समय बचाव के लिए उपयोग में आते थे, सन 1708 में जब अमेरिका यूरोपीय देशो का उपनिवेश और गुलाम तब की घटना में यह जहाज खजाने को अमेरिका से स्पेन लेकर जा रहा था। इस खजाने का इस्तेमाल स्पेन ब्रिटेन के खिलाफ जंग में करने वाला था।
सैन होजे गैलियन 14 जहाजों और तीन स्पेनिश युद्धपोतों के बेड़े को लीड करता हुआ पनामा के पोर्टोबेलो से रवाना हुआ था। तभी उसका सामना एक ब्रिटिश स्क्वाड्रन से हुआ, तब ब्रिटिश रॉयल नेवी दुनिया की सबसे मजबूत नेवी मानी जाती थी। 8 जून 1708 को ब्रिटिश रॉयल नेवी के अंग्रेजी कोमोडोर चार्ल्स वेगर ने इस जहाज को बारू के पास कार्टाजेना से 16 मील दूर ट्रैक किया था।
इसके बाद ब्रिटिश रॉयल नेवी ने योजना बनाई कि जहाज और उसके सारे सामान पर कब्जा कर लिया जाए। लेकिन सैन होजे जहाज पर लगीं पाउडर मैगजीन्स में विस्फोट हो गया, जिसकी वजह से जब्त होने से पहले ही जहाज डूब गया। और इस तरह यह खजानो से भरा जहाज न ही ब्रिटेन के हाथ आया और न ही इसका उपयोग स्पने ब्रिटेन के खिलाफ जंग में कर पाया।
आखिर क्या होगा खजाने के बाहर आने के बाद ?
कोलंबिया की सरकार ने बताया कि मलबे को निकलने का कार्य सन 2026 पहले ही पूरा कर लिया जायेगा , जिसके बाद इसके अध्ययन के लिए लैब का निर्माण किया जाएगा जहाँ इसकी अध्यन और सफाई के बाद नेशनल म्यूसियम में रखा जायेगा। और यह सार्वजनिक रूप से देखने के लिए उपलब्ध होगा। खबर है कि कोलम्बिया के वर्त्तमान राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो जी की सरकार का कार्यकाल 2026 में खत्म होगा इस लिए वे इस कार्य को अगले चुनाव से पूर्व कर लेना चाहते है।
आखिर जहाज की पहचान कैसे हुई ?
अमेरिका से आ रहे इस स्पेनिस जहाज के मलबे के साथ सोने के सिक्के, सिल्लियां, ईंटे और चीनी बर्तन नजर आए। इन सबके बीच में डॉल्फिन की छाप वाली गन्स भी थीं, जिसके जरिए मलबे की पहचान की गई थी।
समुद्र की गहराई में डूबे जहाजों की पहचान कैसे की जाती है ?आइये जानते है।
सन 1700 के दशक में यूरोप के कई देश गुलाम देशो पर अपने अधिकार और उपनिवेशों के संरक्षण के लिए युद्ध कर रहे थे , ऐसे युद्ध का मैदान समुद्र तक फैला हुआ था। तो सवाल अब यह उठता है कि समुद्र में डूबे कई जहाजों में सही जहाज के मलबे की पहचान कैसे की गयी होगी ? क्योकि समुद्र के गहरी तलहटी में कम रोशनी होती है जिसकी वजह से वहाँ दृश्यता काम हो जाती है , ऊपर से सैकड़ो वर्ष पूर्व डूबे जहाज सड़ चुके होते है और कई जलीय जीवो का घर बन चुके होते है।
ऐसे में डूबे हुए जहाज कि खोज और पहचान करने के लिए :
सबसे पहले उस जहाज के इतिहास को पढ़ा जाता है और जहाज से जुड़े तथ्य जुटाए जाते है , और जहाज में बने विशेष चिन्हो और आकृतियों को पहचाना जाता है।
फिर उस जहाज के डूबने की ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुमान के मुताबिक सही जगह पर खोज के लिए गोताखोर दल और रोबोट्स भेजा जाता है।
अन्त में उस जहाज के बनावट उसमे मौजूद उपकरण जैसे तोप बंदूके और पालो की गिनती जैसे चीज़ो से पुष्टि होती है।